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Showing posts from August, 2017

दिल से सोचना हमने जीवन मे क्या बाँटा और क्या इकट्ठा किया

एक बार एक संत ने अपने दो      भक्तों को बुलाया और कहा आप      को यहाँ से पचास कोस जाना है। एक भक्त को एक बोरी खाने के      समान से भर कर दी और कहा जो      लायक मिले उसे देते जाना और ए...

हमारी इस छोटी सी कोशिश से किसी भी सक्षम के दिल मे गरीबों के प्रति हमदर्दी का जज़्बा ही जाग जाये

मैं एक घर के करीब से गुज़र रहा था की अचानक से मुझे उस घर के अंदर से एक बच्चे की रोने की आवाज़ आई। उस बच्चे की आवाज़ में इतना दर्द था कि अंदर जा कर वह बच्चा क्यों रो रहा है, यह मालूम करन...